Saturday, 2 August 2014

गूर्जर कभी किसी का बुरा नहीं चाहता है, सबको भर पेट भोजन खिलाता है, फिर भी कयुँ जलती है ये दुनियाँ गूर्जर से, जो हर बार दुशमनो से देश को बचाता है, " गूर्जर किसी पर भरौसा नहीं करता था, देश के दुशमनो से खुद लङा करता था, इतिहास लिखने वाले पर गूर्जर ने भरोसा किया था, उसी ने गूर्जर को धोखा दिया था, ....लेकिन गूर्जर इसकी परवाह नहीं करता, गूर्जर को पता है कि खुदा किसी के साथ ना इन्साफी नहीं करता, गूर्जर ही एक ऐसी निराली कौम है, जिसका गौरोँ मैं आज भी खौफ है.... ....जय गूर्जर ...जय राम.... याद रखना गददारो .....कौऐ के बुरा सौचने से ऊँट नहीं मरा करता।। लाख दुश्मन हो सामने पर गूर्जर नही ङरता । #Tejpal_Gurja


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